तोक्यो, (एपी) जापान का उत्तर मध्य क्षेत्र इशिकावा एक जनवरी को आए शक्तिशाली भूकंप से हुई तबाही से अभी पूरी तरह उबर भी नहीं पाया है और सोमवार को इस प्राकृतिक आपदा ने इसे एक बार फिर दहला दिया। आज आए भूकंप के झटकों से यहां मामूली नुकसान की खबर है। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के मुताबिक, नोतो प्रायद्वीप के उत्तरी हिस्से में 5.9 तीव्रता का भूकंप आया, जिसके कुछ मिनट बाद 4.8 तीव्रता के भूकंप का झटका महसूस किया गया और फिर अगले दो घंटे में कम तीव्रता वाले भूकंप के कई झटके महसूस किये गये।

एजेंसी के मुताबिक, फिलहाल सुनामी का कोई खतरा नहीं है। इशिकावा प्रांत के अधिकारियों के मुताबिक, वाजिमा शहर में एक जनवरी को आए भूकंप से क्षतिग्रस्त हुए पांच मकान आज आए भूकंप की वजह से ढह गये लेकिन अब तक किसी के घायल होने या फिर अन्य प्रकार के नुकसान की कोई खबर नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि भूकंप के केंद्र से करीब 100 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में स्थित सुबाता शहर में भूकंप को लेकर सूचना जारी कर दी गयी। उन्होंने बताया कि शहर में 60 वर्ष की एक महिला अपने बिस्तर से गिर गई हालांकि उन्हें ज्यादा चोट नहीं आई है।

एजेंसी के भूकंप विज्ञान एवं सुनामी विभाग के अधिकारी सतोषी हरादा ने बताया कि सोमवार को आया भूकंप एक जनवरी को आए 7.6 तीव्रता वाले भूकंप के बाद का झटका हो सकता है। भूकंप के झटके भले ही हल्के रहे लेकिन हरादा ने क्षेत्र की जनता से सतर्क रहने का आग्रह किया है। उन्होंने विशेषतौर पर उन लोगों से सावधानी बरतने को कहा है जो पहले आए भूकंप के दौरान क्षतिग्रस्त हुई इमारतों के निकट रह रहे हैं। वेस्ट जापान रेलवे कंपनी के मुताबिक, शिंकानसेन सुपर-एक्सप्रेस ट्रेन और अन्य ट्रेन सेवाओं को सुरक्षा जांच के लिए अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया, लेकिन उनमें से अधिकतर को फिर से शुरू कर दिया गया।

परमाणु विनियमन प्राधिकरण ने बताया कि क्षेत्र के निकट दो परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई।
प्राधिकरण के मुताबिक, नोतो प्रायद्वीप में स्थित शिका संयंत्र को मामूली क्षति हुई है, हालांकि अधिकारियों का कहना है कि भूकंप से दो रिएक्टरों के शीतलन कार्यों पर कोई असर नहीं पड़ा। वहीं होकुरिकु बिजली कंपनी ने बताया कि कहीं पर भी बिजली नहीं काटी गयी। भूकंप विज्ञान एवं सुनामी विभाग के अनुसार, एक जनवरी को आए भूकंप में 260 लोगों की मौत हो गयी थी। इनमें वे लोग भी शामिल थे, जो बाद में तनाव, बीमारियों और भूकंप से जुड़े अन्य कारणों से अपनी जान गंवा बैठे। विभाग के मुताबिक, तीन अन्य लोग अभी भी लापता हैं। लोग अभी भी नुकसान से उबरे नहीं हैं और 3,300 से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जाना बाकी है।

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