कांग्रेस ने रोहन गुप्ता को अहमदाबाद पूर्व लोकसभा सीट से टिकट दिया था। हालांकि उन्होंने टिकट वापस कर दिया था। रोहन के पिता राजकुमार गुप्ता ने 2004 के लोकसभा चुनाव में तत्कालीन अहमदाबाद सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन हार मिली थी। 

नई दिल्ली (भाषा )। रोहन गुप्ता तेज तर्रार प्रवक्ता माने जाते हैं। उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस के सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं। मुझे यह बताने में दुख हो रहा है कि बीते दो सालों से पार्टी के संचार विभाग से जुड़े एक वरिष्ठ नेता द्वारा लगातार अपमान और चरित्र हनन किया जा रहा है। इस बात की जानकारी कई वरिष्ठ नेताओं को भी है। अब व्यक्तिगत संकट के समय में मुझे यह निर्णय लेने से मजबूर होना पड़ रहा है। 

रोहन गुप्ता ने आगे कहा कि मैंने पिछले 13 सालों से राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न भूमिकाओं में पार्टी की सेवा की है। सभी जिम्मेदारियों को बड़ी जिम्मेदारी और ईमानदारी से सफलतापूर्वक पूरा किया है। जब मैं अपने पिता के गंभीर स्वास्थ्य मुद्दों से जूझ रहा था। जीवन के सबसे खराब दौर से गुजर रहा था, वही नेता फिर से गुजरात और राष्ट्रीय स्तर पर अपने करीबी सहयोगियों के समर्थन से पिछले तीन दिनों से मेरे खिलाफ अपमानजनक अभियान चला रहे हैं। उनके व्यवहार से पीड़ा और तनाव पैदा किया है। मुझे अपने आत्मसम्मान की रक्षा के लिए टूटे हुए दिल से पार्टी से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया है। 

कांग्रेस ने रोहन गुप्ता को अहमदाबाद पूर्व लोकसभा सीट से टिकट दिया था। हालांकि उन्होंने टिकट वापस कर दिया था। रोहन के पिता राजकुमार गुप्ता ने 2004 के लोकसभा चुनाव में तत्कालीन अहमदाबाद सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन हार मिली थी। 

रोहन गुप्ता का सियासी सफर
कांग्रेस में शामिल होने से पहले राजकुमार गुप्ता जनता मोर्चा पार्टी से विधायक थे। पार्टी नेताओं का कहना है कि उन्होंने अहमदाबाद शहर कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया और 2004 में अहमदाबाद निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ा और असफल रहे। 

रोहन गुप्ता 2010 के बाद सक्रिय रूप से पार्टी से जुड़े। उसके कुछ समय बाद गुजरात कांग्रेस ने सोशल मीडिया के लिए एक नया सेल स्थापित किया और राज्य भर में एक नेटवर्क बनाया। अगले कुछ वर्षों में रोहन की अगुवाई में आईटी सेल हर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के लिए रोल मॉडल बन गया। 

गुप्ता दिग्गज कांग्रेस नेता दिवंगत अहमद पटेल के करीबी थे और सोशल मीडिया सेल पर रोहन के काम ने उन्हें पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व के संपर्क में रखा। हालांकि, रोहन का अक्सर कांग्रेस की तत्कालीन सोशल मीडिया प्रमुख अभिनेत्री दिव्या स्पंदना के साथ टकराव होता था। 2019 में रोहन गुप्ता ने पार्टी के राष्ट्रीय सोशल मीडिया प्रमुख के रूप में पदभार संभाला, और केवल तीन वर्षों में बिना किसी कारण बताए सुप्रिया श्रीनेत द्वारा हटा दिया गया। 

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