हैदराबाद लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार माधवी लता को वाई प्लस कैटेगरी की सिक्योरिटी दी गई है। गृह मंत्रालय ने आईबी की थ्रेट रिपोर्ट के आधार पर माधवी को सुरक्षा मुहैया कराई है। सिक्योरिटी का यह कवर विशेष रूप से तेलंगाना के लिए है। वह हैदराबाद सीट पर एआईएमआईएम चीफ और सांसद असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं।
इर्द-गिर्द तैनात रहेंगे 11 कमांडो
वाई प्लस कैटेगरी की सीआरपीएफ सिक्योरिटी में 11 कमांडो तैनात रहेंगे। जिसमें 5 पुलिस के स्टेटिक जवान वीआईपी सुरक्षा के लिए उनके घर और आसपास रहेंगे। साथ ही 6 पीएसओ तीन शिफ्ट में माधसवी को सुरक्षा देंगे।
हैदराबाद ओवैसी परिवार का गढ़
हैदराबाद सीट पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी 2004 से काबिज हैं। हालांकि इस सीट पर उनके परिवार का कब्जा 4 दशक से है। ओवैसी को चुनौती देते हुए भाजपा ने माधवी लता को मैदान में उतारा है। 49 साल की माधवी लता का नाम 2 मार्च तक राजनीतिक हलकों में चर्चा में नहीं था। लेकिन जब उनका नाम भाजपा की सूची में आया तो चर्चा आ गईं।
2004 में पहली बार सीट जीतने वाले असदुद्दीन से पहले हैदराबाद का प्रतिनिधित्व उनके पिता सुल्तान सलाहुद्दीन ओवैसी ने 1984 में लोकसभा में किया था। गोशामहल को छोड़कर, हैदराबाद की सभी विधानसभा सीटों पर एआईएमआईएम का कब्जा है।
ट्रिपल तलाक एक्टिविस्ट, भरतनाट्यम डांसर
लता एक कल्चरल एक्टिविस्ट हैं। उनके पास निज़ाम कॉलेज से लोक प्रशासन में स्नातक की डिग्री और उस्मानिया विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में मास्टर डिग्री है। वह तीन तलाक के खिलाफ अभियान में एक प्रमुख कड़ी थीं। केंद्र सरकार ने 2019 में संसद द्वारा तीन तलाक को अपराध घोषित कर दिया था। लता की उम्मीदवारी इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि ओवैसी तीन तलाक कानून के मुखर आलोचक रहे हैं।
माधवी लता एक उद्यमी, एक एनसीसी कैडेट और एक पेशेवर भरतनाट्यम डांसर हैं। वह हैदराबाद स्थित विरिंची हॉस्पिटल्स की चेयरपर्सन के रूप में कार्य करती हैं। लता ने अपनी उम्मीदवारी को अपने लगभग दो दशक लंबे धर्मार्थ कार्यों की मान्यता बताया है।
पीएम मोदी ने सराहा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को माधवी लता की तारीफ की थी। उन्होंने एक्स पोस्ट में लिखा कि माधवी लता जी आपका आप की अदालत का एपिसोड शानदार रहा। आपने बहुत ही ठोस पॉइंट उठाया और यह सबकुछ बेहद तार्किंक ढंग से और जुनून के साथ किया है।