जबलपुर। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि आजादी के सात दशक में भारत ने दो शताब्दियों से अधिक समय तक देश को लूटने वाले अपने पूर्व औपनिवेशिक शासकों को पीछे छोड़ दिया। यहां दूसरे क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन में उन्होंने उद्योगपतियों से मध्य प्रदेश में निवेश करने की अपील की और उन्हें पर्याप्त पानी और बिजली आपूर्ति का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, हमने 70 से 75 साल में उन लोगों को पीछे छोड़कर अपना खोया हुआ गौरव वापस पा लिया है, जिन्होंने हमें 250 साल तक लूटा हम वापस पटरी पर आ गए हैं। भारत अब पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में आगे बढऩे के लिए उत्सुक है। राज्य में उद्योग के लिए अपार संभावनाएं हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि जबलपुर में रक्षा उत्पादन इकाइयां पहले से ही हॉवित्जर बनाती है, लेकिन भारतीय सेना के लिए टैंक भी यहीं बनाए जाएंगे और इस संबंध में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। यादव ने कहा, समय तेजी से बदल रहा है। महाकौशल क्षेत्र में 517 सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के साथ 16 औद्योगिक क्षेत्र उभरे हैं। यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश में 275 दवा कंपनियां हैं और उनके उत्पाद 160 देशों को निर्यात किए जाते हैं। यह कोई छोटी बात नहीं है।
दुनिया की बड़ी दवा कंपनियां यहां कारोबार कर रही हैं। यादव ने कहा कि राज्य में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग भी फल-फूल रहा है, जहां ब्रांडेड खाद्य निर्माताओं की 70 इकाइयां हैं। उन्होंने कहा कि हीरे की खानें मध्य प्रदेश (पन्ना जिले में) में हैं, लेकिन हीरों पर पॉलिश बाहर की जाती है और उनकी सरकार राज्य में हीरा पॉलिशिंग उद्योग स्थापित करने के लिए कदम उठाएगी।