चुनाव के नतीजे चार जून को आने लगे है। नतीजों के दिन शेयर बाजार में जबरदस्त सुनामी आई है। इस सुनामी में मजबूती के साथ खड़े रहने वाला शेयर बाजार भी टिक नहीं सकता है। शेयर बाजार में चार जून को चुनावी नतीजों के दिन ऐसा कारनामा किया है कि बाजार ताश के पत्तों की तरह ढह गया है।
स दौरान बीएसई सेंसेक्स ने 6000 अंकों का गोता लगाया है। वहीं एनएसई का निफ्टी 1900 अंकों से अधिक नीचे गिरा है। इस दौरान कोरोना काल के बाद ये अब तक की सबसे अधिक गिरावट देखने को मिली है। वहीं इससे एक दिन पहले सोमवार तीन जून को बाजार में रौनक देखने को मिली थी, मगर चुनाव के नतीजे वाले दिन शेयर बाजार ढह गया है। शेयर बाजार में आई गिरावट कोरोना वायरस काल के बाद अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है। इस दिन शेयर बाजार में जमकर हाहाकार मच गया है।
इस गिरावट के बाद शुरुआती रुझानों में निवेशकों को 11 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इस दिन बाजार कई ट्रिलियन नीचे गिर गया है। दरअसल एक तरफ सत्ता में फिर से बीजेपी यानी एनडीए की सरकार बनती दिख रही है मगर बाजार की उम्मीदों के अनुरूप ये नहीं है। ऐसे में रुझानों पर गौर करें तो ये नतीजे बाजार के लिए नुकसानदायक सिद्ध हो सकते है।
इंट्राडे में हुआ नुकसान
निफ्टी इंट्राडे में 5% की सबसे अधिक गिरावट देखने को मिली है। बैंक निफ्टी में भी सात प्रतिशत की गिरावट देखी गई है। इस दौरान निफ्टी 11.30 बजे तक पांच प्रतिशत तक नीचे गिर चुका था। इसका स्तर 22000 तक हो गया था। बैंक निफ्टी भी छह प्रतिशत तक गिर गया था। सेंसेक्स इंट्राडे में भी भारी अंकों की गिरावट देखने को मिली है। आंकड़ों पर गौर करें तो बीएसई की कंपनियों का मार्केट कैप 30 लाख करोड़ रुपये घट गया है। चुनाव के नतीजे आने के बाद निवेशकों के 30 लाख करोड़ रुपये डूब गए है।
दोपहर के कारोबार में 30 शेयर वाला बीएसई सेंसेक्स 6,234.35 अंक या 8.15 प्रतिशत गिरकर 70,234.43 अंक पर आ गया। एनएसई निफ्टी 1,982.45 अंक या 8.52 प्रतिशत गिरकर 21,281.45 अंक पर आ गया। सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से भारतीय स्टेट बैंक में 16 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई, जबकि पावर ग्रिड तथा एनटीपीसी के शेयर करीब 15 प्रतिशत गिर गए। लार्सन एंड टूब्रो, एक्सिस बैंक, टाटा स्टील, भारती एयरटेल, जेएसडब्ल्यू स्टील और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों को भी नुकसान हुआ।