छात्रा बोली-हमें छेड़ रहा था, इसलिए मैंने भी पीटा, परिजनों का शव रखकर हंगामा
वाराणसी। युवक ने गंगा में कूदकर जान दे दी। आरोप है कि सुबह एक छात्रा स्कूल जा रही थी, तभी विशाल सोनकर ने उसे रोका। छेड़खानी और कहासुनी करने लगा। विरोध पर डांटने पर लगा। तभी सिपाही आया। उसने विशाल को थप्पड़ थड़ दिया। इसके बाद छात्रा ने भी पीटा। इस बात से आहत होकर विशाल ने कूदकर सुसाइड कर लिया। एनडीआरएफ और जल पुलिस के गोताखोरों ने शव को बरामद कर लिया। जानकारी पर परिजन सड़क पर लाश रखकर हंगामा कर रहे हें। उनका कहना है कि अगर सिपाही ने सिर्फ समझा दिया होता, तो आज मेरा बेटा बच जाता। थानेदार और सिपाही पर कार्रवाई हो। वहीं, पुलिस का कहना है कि विशाल को महज चेतावनी देकर छोड़ दिया था। हालांकि घटना से जुड़ा CCTV फुटेज भी वायरल हो रहा है, जिसमें सिपाही थप्पड़ मारने दिखाई दे रहा है।

लंका थाने में शारदा प्रसाद होमगार्ड की तैनाती है, उसका बेटा विशाल सोनकर फल-सब्जी की ठेल लगाता है। सुबह विशाल ठेले के पास था, तभी नगवां क्षेत्र की एक छात्रा साइकिल से गुजरी। छात्रा के गुजरने पर युवक ने कुछ टिप्पणी की, जिसके बाद छात्रा ने साइकिल रोककर उसकी बात का विरोध किया। इसके बाद सड़क पर ही दोनों में कहासुनी के बीच विवाद होने लगा। युवक ने छात्रा को डांटा तो वह रोने लगी। युवक पर छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया। इसी दौरान मॉर्निंग वॉक पर निकले लंका इंस्पेक्टर शिवाकांत मिश्रा अपने साथी दरोगा लक्ष्मीकांत और हेड कॉन्स्टेबल रंगपाल के साथ पहुंचे। हेड कॉन्स्टेबल रंगपाल ने विशाल को थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद छात्रा को बुलाया और उससे भी तीन थप्पड़ मरवाए। इसके बाद छात्रा स्कूल चली गई। युवक को छोड़कर पुलिस भी आगे बढ़ गई।
सरेराह चौराहे पर सार्वजनिक रूप से पुलिस और छात्रा की पिटाई से विशाल को आत्मग्लानि हुई। इसके बाद गंगा किनारे पहुंचा और छलांग लगा दी। नाविक ने बचाने को बचाने की कोशिश की। लेकिन सफल नहीं हुए। गंगा में कूदने के बाद विशाल ने पहले तैरकर बचने का प्रयास किया। लेकिन, तेज प्रवाह में बह गया। कुछ दूर जाकर डूब गया।