वाराणसी, सन्मार्ग। महापौर अशोक तिवारी शहर को जलजमाव निजात दिलाने के लिए लगातार नालों को निरीक्षण कर रहे है। मंगलवार को सुबह तक किये गये निरीक्षण में लगाातर अनियमितता मिली है।हर निरीक्षण के बाद विभाग के जिम्मेदार अधिकारी को चेतावनी दिये है। निर्धातिरत समय में खजुरी वार्ड के रमरेपुर-पाण्डेपुर की ओर जाने वाले नाले का निरीक्षण किया तो देखा कि नाले की सफाई मानक के अनुरुप नही था।
कागज पर नाले की तल्लीझाड सफाई हुई थी स्थलीय निरीक्षण में वह नही था।सिल्ट निकालने के लिए नगर निगम द्वारा 20 लाख की मंगाई वाहन का शुभारंभ किये।चैकाघाट,तेलियाबाग में नाले का निरीक्षण कियें अब तक किये गये किसी भी नाले की सफाई मानक के अनुरुप नही हुआ है।दो तीन दिन बाद मानसून आ जाएगा हर तरफ जलजमाव की स्थिति उत्पन होगी।महापौर हो रहे नाले की सफाई का स्थलीय निरीक्षण न किये होते तो सत्यता उजागर नही होती।नाला सफाई में किस तरह से सरकारी धन का बंदरबाट हो रहा है महापौर के निरीक्षण से स्पष्ट हो गया है।
शहर के नाला नाली सीवर साफ नही होगें तो जलजमाव से कैसे निजात मिलेगा।महापौर के निरीक्षण में जिस तरह से खामिया मिली है पूरे विभाग के कार्यशैली पर सवाल खडा हो गया है। हलाकी पूर्व में भी नाले की सफाई बरसात के पूर्व होता रहा है।उसी नक्शें कदम पर इस बार भी नाले की सफाई ठेकेदार से कराया जा रहा था।
उसका निरीक्षण सामान्य विभाग के मुख्य अभियंता द्वारा स्वंय किया जा रहा था।पहली बार ऐसा हुआ कि महापौर नाला सफाई का स्थलीय निरीक्षण कर रहे है जिससे संबंधित विभाग में हडंकंप मच गया है तो ठेकेादार पर भी गाज गिरना तय माना जा रहा है। वरुणापार जोन के पास स्थित धोबीघाट के सफाई का निर्देश दिये उसका कितना पालन हुआ उसका निरीक्षण किये।
निरीक्षण में क्षेत्रीय पार्षद मदनमोहन दुबे,नगर आयुक्त,मुख्यअभियंता,नगर स्वास्थ्य अधिकारी के साथ सभी कर्मचारी मौजूद थे।